6 साल पूर्व
गुनगुना अथवा गर्म पानी एक प्रकार से औषधि तुल्य है | यूँ तो पानी गुनगुना अथवा गर्म होने पीने में बहुतेरे व्यक्तियों को यह स्वादिष्ट नहीं लगता किन्तु यदि औषधि समझकर अनिवार्य रूप से इसका सेवन किया जाए तो परोक्ष व अपरोक्ष रूप से असीमित लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं जिनमें से कुछ मुख्य लाभ निम्नवत दिए जा रहे हैं :-
♦ गुनगुना अथवा गर्म पानी पीने से शरीर के विषाक्त पदार्थ ( टॉक्सिन्स ) बाहर निकल जाते हैं |
♦ नींबू व शहद के मिश्रण के साथ सेवन करने पर वजन घटाता है |
♦ शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति ( इम्युनिटी पावर ) में वृद्धि करता है |
♦ दर्द नाशन का कार्य करता है |
♦ गले के विभिन्न प्रकार के संक्रमण में लाभ देता है व साथ ही साथ संक्रमण दूर भी करता है |
♦ नमक व हल्दी मिश्रण के साथ गरारे करने पर टॉन्सिल्स के संक्रमण में लाभ देता है |
♦ हल्दी के साथ सेवन करने पर शरीर से विभिन्न प्रकार के संक्रमण दूर करता है |
♦ मूत्र प्रणाली ( यूरिनरी सिस्टम ) को सुचारु करने में बाहर उपयोगी है
♦ रक्त संचार को सुचारु करता है |
♦ पाचन की क्रिया को सुचारु करता है |
♦ रात्रि में सेवन करने से कब्ज ( कॉन्स्टिपेशन ) की समस्या में लाभदायक सिद्ध होता है |
♦ बवासीर ( पाइल्स ) जैसे रोगों में लाभदायक परिणाम देता है |
♦ समय से पूर्व बुढ़ापा ( प्रीमेचर एजिंग ) की समस्या से बचाता है |
♦ त्वचा को सक्रिय करता है |
♦ मुहासों ( पिम्पल्स ) व अन्य विकारो को दूर करता है |
♦ नींद लाने में सहायक है, अनिंद्रा की समस्या को दूर करने में लाभदायक सिद्ध रहता है |
♦ मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में सहायक है |
♦ शरीर में वसा ( फैट ) जमा नहीं होने देता है |
♦ स्त्रियों व बालिकाओं में मासिक धर्म के समय पेट में उत्पन्न ऐंठन ( मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स ) की समस्या हेतु अत्यंत लाभप्रद है |
♦ बालों की वृद्धि में सहायता प्रदान करता है |
♦ बालों की रूसी ( हेयर डैंड्रफ ) की समस्या से लड़ने में सहायक है |
♦ बालों को हलके एवं चमकदार बनाये रखने में सहायक है |
♦ सर्दी को दूर करता है | शरीर का तापमान एकसमान बनाये रखता है |
♦ साइनस रोग की समस्या में लाभ देता है |
♦ तनाव ( स्ट्रेस ) को कम करने में सहायक है |
♦ गठिया रोग ( आर्थराइटिस ) के निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |
♦ चयापचय की प्रक्रिया ( मेटाबोलिक प्रोसेस ) में सुधार करता है |
♦ मधुमेह ( डायबिटीज ) के रोगियों के लिए वरदान है |
♦ खाद्य-विषायण ( फ़ूड पोइज़निंग ) होने पर प्राथमिक उपचार के रूप में अत्यंत कारगर है |
♦ दांतों के लिए अत्यंत लाभदायक है |
♦ पानी से जनित रोगों से दूर रखता है |
♦ जलन ( हार्ट बर्न ) के निदान में अत्यंत लाभदायक है |
पुरूषों को 3.6 लिटर्स व महिलाओं को 2.6 लिटर्स की मात्रा में पानी का प्रतिदिन आवश्यक रूप से सेवन करने की अनुशंसा आयुर्वेदा एवं मेडिकल साइंस में की गई है |
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