ज्योतिषशास्त्र : लाल किताब

आपकी आयु कितनी है ? लाल किताब अनुसार कुण्डली में चन्द्रमा की स्थिति के माध्यम से आयु काल की गड़ना

Sandeep Pulasttya

8 साल पूर्व

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चन्द्रमा की कुण्डली में भावगत स्थिति के अनुसार किसी जातक के आयु काल का लाल किताब अनुसार निर्धारण :

 

 

                 चन्द्रमा की भाव गत स्थिति        कुल आयु काल
प्रथम 10 वर्ष
द्वितीय 16 वर्ष
तृतीय 70 वर्ष
चतुर्थ 75 वर्ष
पंचम 100 वर्ष
षष्टम 70 वर्ष
सप्तम 75 वर्ष
अष्टम 90 वर्ष
नवम 75 वर्ष
दशम 90 वर्ष
एकादश 90 वर्ष
द्वादश 90 वर्ष
   

 

 

किसी जातक की जन्म कुण्डली में चन्द्रमा यदि शुक्र ग्रह से सम्बन्ध रखता है तो ऐसी स्थिति में जातक की कुल आयु 75 वर्ष मानी जा सकती है। कुण्डली में चन्द्रमा का किसी पुरुष ग्रह के साथ सम्बन्ध है तो ऐसी स्थिति में जातक का लाल किताब अनुसार कुल आयु काल 16 वर्ष का माना गया है। कुण्डली में चन्द्रमा का किसी पापक ग्रह के साथ सम्बन्ध है तो ऐसी स्थिति में जातक का लाल किताब अनुसार कुल आयु काल 30 वर्ष का माना गया है। यदि किसी जातक की जन्म कुण्डली में शनि एवं गुरु एक साथ युति में स्थित है तो ऐसे जातक का आयु काल का निर्धारण एकादश भाव के ग्रहों के अनुसार किया जाना चाहिए, किन्तु यदि एकादश भाव में कोई ग्रह उपस्थित नहीं हो तो फिर आयु निर्धारण चन्द्रमा की भावगत स्थिति से ही किया जाना लाल किताब अनुसार उत्तम बताया गया है।

 

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