ज्योतिषशास्त्र : लाल किताब

केतु ग्रह अष्टम भाव लाल किताब कुंडली फलादेश टोटके

Sandeep Pulasttya

4 साल पूर्व

ketu-grah-planet-hd-8-house-prediction-ashtam-bhav-faladesh-png-image-jyotishshastra-astrology

 

जब किसी जातक की जन्म कुण्डली में केतु ग्रह अष्टम भाव में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति में सम्बंधित जातक के पास धन कम मात्रा में ही विधमान रहता है। ऐसे जातक को संतानोत्पत्ति में बाधा उत्पन्न होती है। ऐसे जातक को कई संतानो का सुख प्राप्त होता है। जीवन काल के चौंतीसवें वर्ष के पश्चात जन्म लेने वाली संतान की मृत्यु हो जाए ऐसी संभावना है। ऐसा जातक संतान के लिए सदैव चिंतित रहने वाला होता है। चन्द्रमा के पूजन अर्चन से बहुत लाभ मिलता है। ऐसा जातक चरित्र का हल्का होता है। इस कारण उसकी पत्नी के जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ता है एवं दाम्पत्य जीवन में भी दरार की पीड़ा झेलनी पड़ सकती है। पत्नी की सेहत बिगड़ने के समय गणेश पूजन से लाभ मिलता है। जातक का दाम्पत्य जीवन जीवन के छब्बीसवें वर्ष की आयु तक कष्टप्रद रहता है।       

जन्म कुण्डली में केतु ग्रह अष्टम भाव में स्थित होने से जातक विश्वसनीय नहीं होता ऐसा जातक धोखेबाज होता है। ऐसा जातक बवासीर एवं मूत्र विकार जैसे रोगों से आक्रांत रहता है। कर्ण छेदन से लाभ प्राप्त हो सकता है। ऐसा जातक प्रवृत्तिवश हर किसी के सम्मुख अपना दुखड़ा रोने बैठ जाता है। यदि ऐसे जातक के घर की छत गिर जाए तो ऐसे समय अत्यधिक हानि होने की संभावना रहती है यहां तक की दो वक्त के भोजन के लिए भी तरसना पड़ सकता है। ऐसे जातक को अपनी मृत्यु का पूर्वाभास हो जाता है। ऐसे जातक के जन्म से पूर्व उसके बड़े भाई की मृत्यु हो चुकी हो इसकी पूर्ण संभावना होती है।

 

 

जन्म कुंडली के अष्टम भाव हेतु केतु ग्रह टोटके :

♦   मंदिर में काले सफ़ेद दुरंगे कम्बल दान स्वरुप दें।

♦   काले सफ़ेद दुरंगे कम्बल के टुकड़े शमशान भूमि में गाढ़ दें। केतु के साथ स्थित अन्य ग्रह की वस्तुएं भी साथ में गाढ़ देने से परिणाम उत्तम रहता है।

♦   कान छिदवाकर उसमें स्वर्ण कुण्डल धारण करें।

♦   गणेशजी का पूजन अर्चन कर उन्हें प्रसन्न करें।

♦   घर में कुत्ता पालें, किन्तु उसे घर की छत्त पर न बांधे।

♦   आचरण की पवित्रता बनाये रखते हुए सदाचार का पालन करें।

 

नोट : अपने जीवन से सम्बंधित जटिल एवं अनसुलझी समस्याओं का सटीक समाधान अथवा परामर्श ज्योतिषशास्त्र  हॉरोस्कोप फॉर्म के माध्यम से अपनी समस्या भेजकर अब आप घर बैठे ही ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं |

नोट :  प्राण प्रतिष्ठित - एक्टिवेटिड एवं उच्च कोटि के ज्योतिष यन्त्र, वास्तु यन्त्र, परद, स्फटिक, जेमस्टोन्स, रुद्राक्ष, फेंगशुई प्रोडक्ट्स प्राप्ति हेतु  ईकॉमर्स पोर्टल   एस्ट्रोशॉपर  पर विजिट करें 

 

© The content in this article consists copyright, please don't try to copy & paste it.

सम्बंधित शास्त्र
हिट स्पॉट
राइजिंग स्पॉट
हॉट स्पॉट