8 साल पूर्व
जब किसी जातक की जन्म कुण्डली में केतु ग्रह प्रथम भाव में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति में सम्बंधित जातक आदतन बेईमान व धोखेबाज होता है। पार्टनरशिप में किये गए कार्य से प्राप्त लाभ को ऐसा जातक स्वमं अकेले ही हड़प कर जाता है। जातक धनवान होता है। ऐसे जातक का रोजगार परिवर्तित होता रहता है किन्तु चलता रहता है। ऐसा जातक नौकरी करता है तो नौकरी छूटने पर अन्य कहीं पर नौकरी शीघ्र ही लग जाती है, इसी प्रकार यदि जातक व्यापार करता हो तो एक व्यापार बंद होने पर शीघ्र ही अन्य कोई व्यापार शुरू हो जाता है। जीवन परिवर्तन दिखाता रहेगा। स्वमं कोई कार्य निष्पादित करने में ऐसा जातक असमर्थ रहता है। जीवन के बाइसवें व बयालीसवें वर्ष की आयु में पिता के सुख से वंचित होने के योग बनते है, ऐसी स्थिति में जातक का जीवन असंतुलित हो जाता है एवं धन हानि भी होती है।
जन्म कुण्डली में केतु ग्रह प्रथम भाव में स्थित होने से जातक के जीवन के बयालीसवें वर्ष की आयु तक जो भी व जितना भी अशुभ घटित होता है तत्पश्चात उतना ही अच्छा व शुभ होता चला जाता है। ऐसा जातक का जन्म जिस घर में होता है, उस घर के ठीक सामने वाले घर में उजाड़ हो जाता है। ऐसा जातक अपने शत्रुओं से भयभीत रहने वाला होता है। ऐसे जातक की अपनी पत्नी से कम ही पटती है। पत्नी सदैव कष्टमय रहती है। ससुराल से काले व नीले रंग के वस्त्र एवं इलेक्ट्रॉनिक्स की वस्तुएं लेना अशुभ फल देता है। ऐसे जातक को संतान का सुख अवश्य ही प्राप्त होता है चाहे संतान अच्छी हो अथवा बुरी। ऐसे जातक का अधिक बोलना अशुभ फलदायक सिद्ध होता है |
जन्मपत्री के प्रथम भाव हेतु केतु ग्रह टोटके :
♦ लाल रंग का रुमाल अथवा वस्त्र जेब में रखें।
♦ गली के अंतिम घर में न रहे।
♦ काला व सफ़ेद चितकबरा कुत्ता पालें।
♦ माता से चांदी व चावल लेकर अपने साथ रखना चाहिए।
♦ चांदी के गिलास में दूध एवं पानी का सेवन करें।
♦ माता से आशीर्वाद प्राप्त करें।
♦ पलंग के पायों में ताम्बे की कील गाढ़ें अथवा तांबे की पत्ती लगाएं।
♦ बहते जल में ताँबे का सिक्का प्राविहित करें।
♦ आयु के चौबीसवें वर्ष में गाय पालें।
♦ चौबीस वर्ष की आयु से पूर्व गृह निर्माण न करें।
♦ विवाह सत्ताईस वर्ष की आयु के पश्चात ही करें।
♦ संतान कष्ट के समय काले सफ़ेद रंग का चितकबरा कम्बल किसी गरीब अथवा मंदिर में दान करें।
नोट : अपने जीवन से सम्बंधित जटिल एवं अनसुलझी समस्याओं का सटीक समाधान अथवा परामर्श ज्योतिषशास्त्र के हॉरोस्कोप फॉर्म के माध्यम से अपनी समस्या भेजकर अब आप घर बैठे ही ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं | अधिक जानकारी आप ज्योतिषशास्त्र के FAQ's पेज से प्राप्त कर सकते हैं |
© The content in this article consists copyright, please don't try to copy & paste it.