ज्योतिषशास्त्र : मन्त्र आरती चालीसा

श्री भागवत भगवान आरती

Sandeep Pulasttya

8 साल पूर्व

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|| श्री भागवत भगवान आरती ||


भागवत भगवान की है आरती l

पापियों को पापसे है तारती ll

ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ ये पंचम वेद निराला,

नव ज्योति जगाने वाला l

है गान यही वरदान यही, जगके मंगल की आरती l

पापियों को पापसे है तारती ll

ये शान्ति गीत पावन पुनीत स्रापों को मिटाने वाला l

हरि दर्श दिखाने वाला l

है शुभ करनी है दुख हरनी ये मधुसूदन की आरती l

पापियों को पापसे है तारती ll

ये मधुर बोल जग फंद खोल मन्मार्ग दिखाने वाला,

बिगड़ी को बनाने वाला l

श्रीराम यही घनश्याम यही सबकी महिमा की आरती l

पापियों को पापसे है तारती ll

 


 

|| Arti Shri Bhagwat Bhagwan  ||

 

Bhagvat Bhagvan ki hai aarti l

Papiyon ko pap se hai tarti ll

Ye amar granth ye mukti panth ye pancham Ved nirala,

nav jyoti jagane vala l

Hai gan yahi vardan yahi,

jag ke mangal ki aarti l

Papiyon ko pap se hai tarti ll

Ye shanti git pavan punit srapon ko mitane vala l

Hari darsh dikhane vala l

Hai shubh karni hai dukh harni ye madhusudan ki aarti l

Papiyon ko pap se hai tarti ll

Ye madhur bol jag phand khol manmarg dikhane vala,

bigari ko banane vala l

Shriram yahi Ghanshyam yahi sab ki mahima ki aarti l

Papiyon ko pap se hai tarti l 

 

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