ज्योतिषशास्त्र : हस्तरेखा एवं अंकज्योतिष

हरा रंग का फलादेश एवं अभिव्यक्ति

Sandeep Pulasttya

8 साल पूर्व

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हरा रंग प्रकृति का रंग है इसकी प्रकृति की ओढ़नी है। जिन व्यक्तियों को हरा रंग प्रिय है वे व्यक्ति स्वमं को परिस्थितियों के अनुकूल ढाल लेते हैं।

जिन व्यक्तियों को हरा रंग प्रिय होता है वे व्यक्ति भावुक किस्म के एवं सभी से सहानुभूति पूर्ण व्यवहार रखते हैं। ऐसे व्यक्ति मित्रता की अहमियत समझते है परन्तु अत्यधिक ईष्र्यालु एवं गम्भीर जीवन जीते हैं।

जिन व्यक्तियों को हरा रंग प्रिय है वे व्यक्ति दृढ़ स्वभाव वाले होते हैं, शीघ्र क्रोध नहीं करते एवं सोच विचार तथा हिचकिचाहट के साथ काम लेते हैं। ऐसे व्यक्तियों में शक्ति का संचार धीमी गति से होता है किन्तु होता अवश्य है। चूंकि इनमें उत्साह अत्यधिक होता है अतः इस कारण ये  मुश्किल समय से बच निकलते हैं। आशावाद इनके चरित्र का विशेष गुण है। इनमें दृढ़ निश्चय एवं साहस काफी अधिक मात्र में समावेशित रहता अतः इनकी सोच व अभिव्यक्ति को शीघ्रता से बदला नहीं जा सकता।

ऐसा आवश्यक नहीं है कि जिन व्यक्तियों को हरा रंग प्रिय है वे व्यक्ति ईष्यालु ही होते हैं। ऐसे व्यक्तियों को चाहिए कि इस शान्त रंग की आभा से प्राप्त होने वाले आलस्य एवं निष्क्रियता में समय नष्ट न करें ।

 

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