8 साल पूर्व
उत्तम शयनकक्ष हेतु फेंगशुई के अनुसार विभिन्न धारणाएं बतायी गई हैं। यहां कुछ सरल व उपयोगी धारणाएं प्रस्तुत की जा रही हैं जिनका अनुसरण कर विभिन्न प्रकार से लाभान्वित हुआ जा सकता है :-
♦ फेंगशुई के अनुसार, शयन कक्ष में सोने वाले का सिर या पैर स्नानघर अथवा शौंचालय के सामने नहीं होना चाहिए
♦ शयनकक्ष में बिस्तर के ऊपर प्रत्यक्ष दिखाई देती हुई कोई बीम नहीं होनी चाहिए।
♦ शयनकक्ष में दर्पण इस प्रकार लगाएं कि सोने वाले के शरीर का कोई अंग दर्पण में दिखाई न दे। यदि लम्बे समय तक शरीर का कोई अंग दर्पण में दिखाई देता रहे तो उस अंग में शैनेः शैनेः दर्द, बीमारी आदि घर कर लेते हैं। इसलिए या तो बैडरूम में दर्पण होना ही नहीं चाहिए अथवा दर्पण को सोने से पहले ढक देना चाहिए।
♦ फेंगशुई के अनुसार शयनकक्ष में कोई भी पौधा, जल स्रोत, जल का चित्र अथवा एक्वेरियम आदि कदापि नहीं होने चाहिए।
♦ फेंगशुई में दरवाज़े की सीध में सिर या पैर करके सोना भी हानिकारक माना गया है।
♦ शयनकक्ष में नुकीले कोने वाला फर्नीचर न रखें, क्यूंकि नुकीले कोने विषैले बाणों की तरह माने गये हैं।
♦ शयनकक्ष में बिस्तर के सिरहाने के पीछे ठोस दीवार होनी चाहिए, न कि खिड़की अथवा दरवाजा।
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