7 साल पूर्व
फेंगशुई की धारणा अनुसार उत्तर-पश्चिम दिशा को समस्त इच्छाओं को पूरा करने वाली दिशा माना गया है। यदि उत्तर-पश्चिम दिशा ऊर्जावान हो तो सहायता करने वाले मित्र प्राप्त होते हैं एवं प्रगति की नई संभावनाएँ उत्पन्न होती हैं। यहां हम उत्तर-पश्चिम दिशा से लाभ प्राप्ति हेतु फेंगशुई धारणा अनुसार कुछ उपाय प्रस्तुत कर रहे हैं :
♦ उत्तर-पश्चिम से संबंधित प्रधान तत्व है- धातु। अतः इस दिशा में धातु से बनी सामग्री रखने से यह दिशा ऊर्जावान होकर अपेक्षित लाभ प्रदान करती है। उत्तर-पश्चिम दिशा भी धातु के सहयोगी तत्व मिट्टी से ऊर्जावान तथा विरोधी तत्वों अग्नि एवं लकड़ी से क्षीण होती है। अतः उत्तर-पश्चिम दिशा में अग्नि एवं लकड़ी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
♦ सुनहरा, सिल्वर या स्लेटी रंग का छह या आठ खोखली राडों वाला धातु का बना एक विंड चाइम उत्तर-पश्चिम दिशा में लटकाएं।
♦ घर अथवा कार्यालय की उत्तर-पश्चिम दिशा में धातु से निर्मित वास्तु एवं मार्बल, क्रिस्टल अथवा मिट्टी से बनी अन्य सामग्री रखने से यह दिशा ऊर्जावान होती है।
♦ फेंगशुई की धारणा अनुसार उत्तर-पश्चिम दिशा में मोमबत्तियों, चूल्हों, अलाव आदि का प्रयोग उचित नहीं बताया गया है। ऐसा करने पर फेंगशुई की धारणा अनुसार अग्नि तत्व धातु तत्व को क्षीण कर देता है जिसके परिणाम स्वरूप उत्तर-पश्चिम दिशा से अपेक्षित लाभ नहीं प्राप्त हो पाते।
♦ उत्तर-पश्चिम दिशा हेतु फेंगशुई अनुसार सफेद व सिल्वर रंग सर्वोत्तम तथा पीला व मटमैला रंग उत्तम बताया गया है। लाल व नारंगी रंग इस दिशा को क्षति पहुँचाने वाले रंग हैं ।
♦ उत्तर-पश्चिम दिशा में तेज व चमकदार प्रकाश का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यह अग्नि तत्व होने के कारण धातु तत्व को क्षीण कर देता है जिस कारण इस दिशा से प्राप्त होने वाले अपेक्षित लाभों रुक जाते है।
♦ विवाह योग्य कन्या के शीघ्र एवं उत्तम विवाह हेतु उसे घर का उत्तर-पश्चिम दिशा वाला शयन कक्ष रहने के लिए दें।
♦ रेडीमेड कपड़ों का व्यवसाय करने वाले यदि तैयार माल को दुकान के उत्तर-पश्चिम दिशा में धातु की बनी अलमारी में खुला रखें। निश्चित ही बिक्री में वृद्धि होगी।
♦ धन को कभी भी उत्तर-पश्चिम दिशा में न रखें। यहाँ रखा धन अनावश्यक रूप से खर्च हो जाता है।
♦ फेंगशुई ने कम्प्यूटर, टेलीफोन आदि उपकरण रखने के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा को उपयुक्त माना है।
♦ फेंगशुई की धारणा अनुसार घर अथवा कार्यालय की उत्तर-पश्चिम दिशा को विशेष रूप से साफ सुथरा रखने पर बल दिया गया है।
♦ उत्तर-पश्चिम दिशा में क्रिस्टल से बने एक पात्र में सिक्के भरकर छुपा कर रखने से गृहस्वामी के लिए हितकर रहता होता है।
नोट : अपने जीवन से सम्बंधित जटिल एवं अनसुलझी समस्याओं का सटीक समाधान अथवा परामर्श ज्योतिषशास्त्र हॉरोस्कोप फॉर्म के माध्यम से अपनी समस्या भेजकर अब आप घर बैठे ही हमारे कुशल व अनुभवी विशेषज्ञों के माध्यम से ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं |
© The content in this article consists copyright, please don't try to copy & paste it.