6 साल पूर्व
कालपुरुष शब्द का प्रयोग अक्सर ज्योतिष में किया जाता है | एक अलौकिक मानव, जिसमें जीवन के सभी चक्रों को देखा जाता है, कालपुरुष कहा गया है | प्रत्येक राशि चक्र का चिह्न उनकी स्थिति का एक भाग दर्शाता है।
वामन पुराण अनुसार भगवान शिव की देह अथवा शरीर, कालपुरुष का प्रतिनिधित्व करता है। ज्योतिषशास्त्र द्वारा काल पुरुष के अंगों में राशियों का निवास इस प्रकार माना है-
काल पुरूष के अंगों में राशियों का स्थान:-
राशि | अंगों का स्थान |
---|---|
मेष | मस्तक |
वृष | मुख |
मिथुन | स्तनों का मध्य भाग |
कर्क | हृदय |
सिंह | उदर |
कन्या | कीट / नाभि |
तुला | नाभि के नीचे का भाग |
वृश्चिक | उपस्थ ( बाहरी जनन अंग ) |
धनु | जांघ |
मकर | घुटने |
कुंभ | पांव |
मीन | पंजे |
नोट : अपने जीवन से सम्बंधित जटिल एवं अनसुलझी समस्याओं का सटीक समाधान अथवा परामर्श ज्योतिषशास्त्र के हॉरोस्कोप फॉर्म के माध्यम से अपनी समस्या भेजकर अब आप घर बैठे ही ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं | अधिक जानकारी आप ज्योतिषशास्त्र के FAQ's पेज से प्राप्त कर सकते हैं |
© The content in this article consists copyright, please don't try to copy & paste it.